नाश्ते में अक्सर हम ऐसी चीजें बनाना और खाना पसंद करते हैं, जो न सिर्फ स्वादिष्ट हो। बल्कि हेल्थी भी हो और झटपट से बनकर तैयार हो जाये। चूंकि सुबह का नाश्ता बेहद ज़रूरी होता है और ये हमें पूरे दिन के लिए एनर्जी भी देता है। तो ऐसी चीजों का सेवन बेहद ज़रूरी है। जिसमें आपके शरीर को पोषण भी प्राप्त हो । और अक्सर लोग इसी बात से असमंजस में पड़ जाते हैं कि ऐसा क्या बनाया जाए। अगर बात करें स्वाद, सेहत और समय तीनों एक ही व्यंजन में ढूंढने की तो पोहा इसमें सबसे पहले आता है।
“पोहा- झटपट तैयार होने वाला स्वादिष्ट और बेहतरीन नाश्ता”("Poha - A quick and delicious breakfast")
पोहा उन सभी हेल्थी नाश्ते की रेसिपी में से एक है जो तुरंत बनाकर खाया जाया सकता है। इसके अंदर कई सारे बेहतरीन पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, विटामिन, ए, विटामिन सी और विटामिन डी मौजूद होते हैं जो इसे हेल्थी बनाते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की याची मात्रा पाई जाती है। जिससे शरीर को ऊर्जा मिल सकती है।पोहा बहुत ही कम कैलरीज युक्त वाला नाश्ता है। इसलिए इसे वजन कम करने के लिए आप अपनी डाईट में भी शामिल कर सकते हैं।
किस मात्रा में कितनी होती है कैलोरी: (how many calories in what quantity in hindi)
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सर्विंग्स के प्रकार और हिस्से का आकार |
कैलोरी |
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1 कटोरी पोहा (139 ग्राम) |
158 |
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1 प्लेट प्याज पोहा |
180 |
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पोहा कैलोरी प्रति 100 ग्राम |
110 |
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1 कटोरी पोहा कैलोरी (कच्चा) |
394 |
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2 कप पोहा (278 ग्राम) |
316 |
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1 कप पोहा चिवड़ा |
330 |
100 ग्राम पोहा में मौजूद पोषक तत्व: (Nutrients present in 100 grams of Poha in hindi)
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पोषण तथ्य:- |
पौष्टिक मूल्य: |
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कैलोरी: |
110 |
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मोटी: |
2.87ग्राम / 23% |
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कार्बोहाइड्रेट: |
18.8ग्राम / 68% |
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प्रोटीन: |
2.34ग्राम / 8% |
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कोलेस्ट्रॉल: |
0 मिलीग्राम |
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सोडियम: |
201 मिलीग्राम |
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फाइबर आहार: |
0.9 ग्राम |
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शुगर्स: |
0.5 ग्राम |
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प्रोटीन: |
2.34 ग्राम |
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कैल्शियम: |
15 मिलीग्राम |
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लोहा: |
1.06 मिलीग्राम |
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पोटैशियम: |
117 मिलीग्राम |
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विटामिन ए: |
6 मिलीग्राम |
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विटामिन सी: |
6.4 मिलीग्राम |
पोहा खाने के फायदे: (Poha khane ke fayde in hindi)
वज़न की समस्या में
वजन की समस्या के लिए पोहा का सेवन सबसे बेहतरीन विकल्प है। सुबह नाश्ते में पोहा का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि पोहा में कैलोरी की मात्रा कमऔर फाइबर की मात्रा अधिक मौजूद होती है, जो वजन को कंट्रोल करने में मदद करते है। पोहा का सेवन आप रोजाना नाश्ते में कर सकते है। ये आपके लिए एक हेल्थी नाश्ता साबित हो सकता है।
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खून की मात्रा बढ़ाता है
शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने के लिए सुबह नाश्ते में पोहा का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि पोहा में आयरन की भरपूर मात्रा में पायी जाती है। ये शरीर में खून की मात्रा बढ़ाकर; उसकी कमी को पूरा करने में मदद करता है। और शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है। पोहा का सेवन गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चों को अपने आहार में शामिल जरूर करना चाहिए।
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पाचन क्रिया को ठीक करता है
पाचन को बेहतर बनाने के लिए सुबह नाश्ते में पोहा का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। चूंकि पोहा में फाइबर अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही ये पेट से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है। इसीलिए इसका सेवन रोजाना करना आपके लिए लाभदायक हो सकता है।
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ग्लूटेन फ्री होता है पोहा
पोहा ग्लूटेन मुक्त होता है। आपको बता दें कि ग्लूटेन वाले पदार्थ खाने से आपको गंभीर समस्या भी हो सकती है। जैसे कि गेहूं की रोटी या उससे बने पदार्थ। चूंकि पोहा ग्लूटेन फ्री खाद्य पदार्थ है। यानि इसका सेवन सभी लोग कर सकते हैं। और इससे आपके शरीर को कोई भी समस्या नही होगी।
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विटामिन बी से भरपूर
पोहा के अंदर विटामिन B1 मौजूद होता है। और इसलिए यह ब्लड शुगर के लेवल को बनए रखने में मदद करता है। एक शोध के मुताबिक, विटामिन बी1 मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होता है। यानि पोहा का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए एक उत्तम नाश्ता है।
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भूख शांत करता है
पोहा एक ऐसा नाश्ता है। जिसका सेवन लोग भूख जल्दी मिटाने के लिए भी करते हैं। क्यूंकि ये चावल से बना होता है। तो इसे खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। साथ ही ये पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है। इसीलिए आप इसे रोज़ सुबह हैवी नाश्ते के रूप में खा सकते हैं।
कार्बोहाईड्रैट मिलता है
पोहा सबसे अच्छा नाश्ता है क्योंकि इसमें लगभग 70% स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट और 30% फैट होता है। यानि अगर आप रोजाना नाश्ते में पोहा खाते हैं। तो इससे आपको भरपूर मात्रा में कार्ब्स मिलता है। साथ ही चावल में भी कार्ब्स ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है। जो लोग वज़न कम करना चाहते हैं वो इसका सेवन न करें, क्यूंकि इससे आपका वज़न बढ़ सकता है। साथ ही चावल से आपको दिन भर आलस भी महसूस हो सकता है।
पोहा खाने का सर्वोत्तम समय और तरीका
भारत में सुबह का नाश्ता अगर किसी चीज़ के बिना अधूरा लगता है, तो वह है पोहा। हल्का, पौष्टिक और स्वादिष्ट — यह हर उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त भोजन है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Poha me kya paya jata hai? पोहा चपटा किया हुआ चावल है, जिसमें फाइबर, आयरन, विटामिन B, कार्बोहाइड्रेट और थोड़ी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। यही कारण है कि Poha nutritional value के हिसाब से यह संतुलित भोजन माना जाता है।
सुबह का समय पोहा खाने के लिए सबसे सही माना जाता है क्योंकि यह तुरंत ऊर्जा देता है और पाचन पर भारी नहीं पड़ता।
अगर आप सोच रहे हैं कि Poha me kitna protein hota hai, तो लगभग 100 ग्राम पोहे में 2.5–3 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। हालांकि यह मात्रा बहुत अधिक नहीं है, लेकिन जब इसे मूंगफली, अंकुरित दाल या सब्जियों के साथ तैयार किया जाता है, तो इसकी Poha nutritional value कई गुना बढ़ जाती है।
Poha khane ke fayde समझना भी जरूरी है। इसका फायदा तभी मिलेगा जब इसे सीमित तेल, नमक और मसालों के साथ बनाया जाए। ज्यादा तला या मसालेदार पोहा सेहत पर विपरीत असर डाल सकता है।
सही तरीका:
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पोहे में प्याज, टमाटर, गाजर, मटर और नींबू का रस डालें।
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Healthy Master के सीड मिक्स या मिलेट मिक्स भेल के साथ इसे मिलाएं ताकि Poha nutritional value और बढ़ जाए।
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इसे गरम नाश्ते के रूप में लें — ठंडा पोहा खाने से इसका स्वाद और असर दोनों कम हो जाते हैं।
डायबिटीज़ और वजन घटाने में पोहे की भूमिका
आजकल डायबिटीज़ और वजन बढ़ना आम समस्या बन चुकी है। ऐसे में लोग पूछते हैं - क्या डायबिटीज़ में पोहा खाना सही है? जवाब है - हाँ, अगर आप जानते हैं कि Poha me kya paya jata hai और इसका असर शरीर पर कैसा होता है।
Poha nutritional value में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ता। यही कारण है कि डायबिटीज़ वाले लोग इसे सीमित मात्रा में खा सकते हैं।
साथ ही, Poha me kitna protein hota hai यह जानकर आप इसे अपनी जरूरत के अनुसार कस्टमाइज़ कर सकते हैं - उदाहरण के लिए मूंगफली या अंकुरित मूंग डालने से प्रोटीन और फाइबर दोनों बढ़ते हैं।
वजन घटाने वालों के लिए भी पोहा एक उत्कृष्ट विकल्प है। क्योंकि Poha me kya paya jata hai में पाया जाने वाला फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
साथ ही, इसकी Poha nutritional value में बहुत कम फैट होता है, जिससे यह लो-कैलोरी स्नैक बन जाता है।
लेकिन ध्यान दें - Poha khane ke fayde aur nuksan तभी समझ में आएंगे जब आप इसे सही तरह से बनाएंगे।
ज्यादा तेल, नमक या सेव डालने से यह वेट लॉस का दुश्मन बन सकता है। इसलिए इसे ऑयल-फ्री या बहुत कम तेल में तैयार करें।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए पोहा सुरक्षित है या नहीं?
अगर सवाल उठता है — क्या पोहा बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए सुरक्षित है? तो जवाब है हाँ, बिल्कुल।
दरअसल, Poha me kya paya jata hai में मौजूद विटामिन B, फाइबर और आयरन बच्चों की ग्रोथ और बुजुर्गों की एनर्जी जरूरतों को पूरा करते हैं।
बच्चों के लिए इसे दूध, दही या सब्जियों के साथ देने से Poha nutritional value और बढ़ जाती है।
बुजुर्गों के लिए यह हल्का, आसानी से पचने वाला और एनर्जी देने वाला फूड है। इसमें कम फैट और पर्याप्त फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है।
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि Poha me kitna protein hota hai, तो ध्यान रखें कि अकेले पोहे में प्रोटीन कम होता है, लेकिन मूंगफली, चना या स्प्राउट्स डालकर इसे एक प्रोटीन-रिच भोजन बनाया जा सकता है।
इस तरह, Poha khane ke fayde aur nuksan को ध्यान में रखते हुए, इसे बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए नियमित आहार में शामिल किया जा सकता है।
कुछ टिप्स:
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बच्चों के लिए इसे रंगीन सब्जियों के साथ बनाएं ताकि उन्हें आकर्षक लगे।
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बुजुर्गों के लिए कम मसाले और हल्के तेल में तैयार करें।
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दिन में एक बार पोहा लेना पर्याप्त है।
अगर कोई पूछे कि Poha me kya paya jata hai, तो इसका सीधा उत्तर है — इसमें कार्ब्स, फाइबर, आयरन, और विटामिन B जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हर उम्र के लिए लाभकारी हैं।
पोहा खाने के अलग अलग तरीके: (Different ways to eat Poha in hindi)
पोहा ढोकला – आप पोहा का इस्तेमाल स्पंजी ढोकला बनाने के लिए भी कर सकते हैं। ऐसे बनाएँ पोहा ढोकला-
- एक बाउल में 1 कप दही और 1 कप पानी मिला लें।
- ½ कप कटा हुआ पोहा, ½ कप सूजी, 1 छोटा चम्मच हरी मिर्च का पेस्ट और स्वादानुसार नमक डालें
- अच्छी तरह मिलाएं और 10 मिनट के लिए अलग रख दें
- अब थाली को ग्रीस करके स्टीमर तैयार कर लीजिए.
- पोहा मिश्रण में स्टीम करने से पहले 1 छोटी चम्मच फ्रूट सॉल्ट और 2 छोटी चम्मच पानी मिलाएं
- जब बुलबुले दिखाई देने लगें तो मिश्रण को थाली में डालकर मिला लें
- 10-12 मिनट तक भाप दें.
- 1 चम्मच तेल, 1/2 चम्मच राई और 1 चुटकी हींग के साथ तड़का तैयार करें
- इसे ढोकला के ऊपर डालें और ठंडा होने के लिए अलग रख दें और फिर किसी भी बर्तन में निकालकर सर्व करें।
पोहा कटलेट – अगर आप अपने शाम के नाश्ते को क्रिस्पी बनाना चाहते हैं। तो पोहा कटलेट बना सकते हैं। ऐसे बनाएँ पोहा कटलेट-
- 2 कप पोहा को धोकर छान लें
- 1 कप मूंग दाल को गर्म पानी में 30 मिनट के लिए भिगो दें
- फेंटे हुए चावल और 1 चम्मच कटी हुई हरी मिर्च के साथ दरदरा पेस्ट बना लें, और इसमें पानी न डालें
- इसे एक बाउल में निकाल लें और इसमें 2 चम्मच नींबू का रस, 1 चम्मच बारीक कटा हरा धनिया, 1 कप कटा हुआ पालक, नमक और 2 चम्मच चीनी मिलाएं
- इस मिश्रण से गोल कटलेट बनाकर प्लेट में रख लें
- एक नॉन-स्टिक तवा चिकना कर लें और कटलेट को दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पका लें और बन जाने पर चटनी या केचप के साथ परोसें.
पोहा पकोड़ा – ये सुनहरे, फूले हुए पकोड़ों को आप शाम की चाय के साथ परोस कर भी खा सकते हैं। ऐसे बनाएँ पोहा पकोड़ा-
- इसे बनाने के लिए आधा कप उबले और मैश किए हुए आलू, ½ कप उबले हरे मटर, 2 चम्मच दही, 1 1/2 चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट, 1 कप पोहा, 1/2 चम्मच गरम मसाला पाउडर, ¼ चम्मच हल्दी पाउडर, नमक, 1 चम्मच मिर्च पाउडर और एक कटोरी में धनिया पाउडर लें
- मिश्रण को छोटे-छोटे पकोड़े के आकार में बांट लें और दोनों तरफ से सुनहरा होने तक तल लें
- तैयार हो जाने पर केचप या चटनी के साथ परोसें।
पोहा खाने से हो सकते हैं ये नुकसान:
1- पोहा को अधिक मात्रा में खाने से एसिडिटी और पेट में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
2- पोहा को अधिक मात्रा में खाने से से मोटापा बढ़ सकता है। क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक पाई जाती है।
3- पोहा को अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ सकता है। इसीलिए डाईबीटीज़ के मरीज इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
निष्कर्ष: (Conclusion)
पोहा एक बेहतरीन नाश्ता माना जाता है। साथ ही इसे झटपट तैयार हो जाने वाले स्नैक्स की गिनती में भी शामिल किया जाता है। पोहा का सेवन स्वाद, सेहत और समय तीनों ही तरीके से उत्तम विकल्प होता है। इसका सेवन आपको कई पोषक तत्व भी देता है। साथ ही इसका सेवन डाईबीटीज़ के रोगियों के लिए सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ माना जाता है। पोहे को बनाने के कई तरीके हैं, साथ ही इसकी कई प्रकार की विधि है जो जगह के अनुसार बटी हुई है। लोग अपने स्वाद और सामग्री के अनुसार इसे बनाकर खाना पसंद करते हैं। इसकी सबसे खास बात ये है कि इसमें आप ढेर सारी सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे ये पोषण से भरपूर एक भरपूर व्यंजन बन जाता है। आप पोषण एवं बेहतर क्वालिटी के लिए Healthy Master के पोहा चिवड़ा को एक बार जरूर आज़माएँ।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs
क्या पोहा खाने से वजन बढ़ सकता है या घट सकता है?
पोहा कम कैलोरी और हाई फाइबर फूड है, इसलिए सीमित मात्रा में खाने से वजन घटाने में मदद करता है। लेकिन अगर आप इसमें ज्यादा तेल या नमकीन डालते हैं, तो वजन बढ़ सकता है।
पोहा डायबिटीज़ के मरीजों के लिए कितना सुरक्षित है?
डायबिटीज़ मरीजों के लिए पोहा सुरक्षित है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है। इसे सब्जियों और मूंगफली के साथ मिलाकर खाने से ब्लड शुगर स्थिर रहता है।
क्या बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पोहा खाना चाहिए?
हाँ, पोहा आयरन और विटामिन B से भरपूर होता है। यह बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए हल्का, पौष्टिक और आसानी से पचने वाला भोजन है।
पोहा और चिवड़ा में क्या अंतर है?
पोहा ताजा पकाया हुआ हल्का भोजन होता है, जबकि चिवड़ा सूखा और लंबे समय तक स्टोर करने वाला स्नैक है। दोनों की Poha nutritional value अलग होती है।
पोहा बनाते समय पोषण कैसे बढ़ाया जा सकता है?
पोहा में मटर, प्याज, गाजर, नींबू का रस और Healthy Master का सीड मिक्स मिलाकर इसकी Poha nutritional value बढ़ाई जा सकती है।
हफ़्ते में कितनी बार पोहा खाना सही है?
सप्ताह में 3–4 बार नाश्ते में पोहा खाना पर्याप्त है। इससे Poha khane ke fayde aur nuksan दोनों संतुलित रहते हैं और शरीर को ऊर्जा मिलती है।
क्या पोहा ग्लूटेन फ्री है और एलर्जी वालों के लिए कैसा है?
हाँ, पोहा स्वाभाविक रूप से ग्लूटेन फ्री होता है क्योंकि यह चावल से बना होता है। यह ग्लूटेन सेंसिटिव या गेहूं से एलर्जी वाले लोगों के लिए सुरक्षित है, बशर्ते इसे साफ, मिलावट-रहित सामग्री से तैयार किया जाए।
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