“नजरंदाज न करें ये 15 शुगर के लक्षण, समय पर करें इनका इलाज ”,जानें इनकी सूची एवं उपाय विस्तार से : (sugar ke lakshan)
(माना जाता है कि शुगर के शिकार दो तरीके के लोग होते हैं। पहले जिनके परिवार में ये जनेटिक (genetic) हो। या फिर जो अधिक चीनी या हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ खाते हों। मगर क्या आप जानते हैं कि शुगर की एक शरुवाती स्टेज भी होती है। जिसे हम प्रीमैच्योर (premature) डाएबीटीज़ कहते हैं। एक शोध के मुताबिक अगर आप प्रीमैच्योर डाएबीटीज़ स्टेज के दौरान ही इन लक्षणों पर गौर कर लेते हैं। तो आप इसे तभी जड़ से भी खत्म कर सकते हैं। मगर बहुत ही कम लोगों को इन लक्षणों की जानकारी होती है। तो आज हम आपको बताएंगे डायबिटीज़ के लक्षण और उपाय ) (शुगर के लक्षण)
शुगर एक ऐसी बीमारी है जो अब हर वर्ग के व्यक्ति को हो सकती है। अब ये समस्या लोगों में तेज़ी से बढ़ रही है। इसका कारण है समय पर इसकी पुष्टि न हो पाना। या फिर इसके लक्षणों को नजरंदाज करना। आपको बता दें कि शुगर की एक शरुवाती स्टेज जब हम इसके लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं तब हमें हम प्रीमैच्योर डाएबीटीज़ हो सकती है। चूंकि कम ही लोगों को इस बात की जानकारी होती है । इसीलिए ज़्यादातर लोग इन लक्षणों को शरुवात में नजरंदाज कर देते हैं। और बाद में ये बीमारी गंभीर रूप ले लेती है। शुगर तब होती है जब आप अधिक मीठे पदार्थों का सेवन करते हैं, (डाएबीटीज़ के लक्षण) या फिर हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ खाते हैं। जिससे व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज का स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है और 2 घंटे में यह स्तर धीरे-धीरे घटते हुए फिर से अपने सामान्य स्तर पर पहुंच जाता है। लेकिन जिन लोगों को शुगर की बीमारी है उन्हें ब्लड शुगर हाई होने पर अलग तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
माना जाता है कि शुगर के लक्षण सभी में सामान्य होते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि शुगर के कई लक्षण महिला एवं पुरुष दोनों में अलग होते हैं । साथ ही डॉक्टर्स की मानें तो पुरुषों की तुलना में शुगर के लक्षण का अक्सर महिलाओं पर अधिक गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। जैसे कि कई महिलाओं को प्रेग्नन्सी के दौरान भी शुगर हो जाती है, जिसे हम gestational डाएबीटीज़ कहते हैं। माना जाता है कि टाइप 2 मधुमेह के शुरुआती लक्षणों को पहचानने से व्यक्ति को इससे जल्द ही निजात और उपचार प्राप्त होने की संभावना होती है। उचित समय पर उपचार प्राप्त करना, अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करना, और रक्त शर्करा के स्तर (blood sugar level) को नियंत्रित करना। इन सभी कारकों से ही शुगर की समस्या में काफी सुधार हो सकता है। और जटिलताओं के जोखिम को कम किया सकता है। लेकिन अगर आप इसे नज़रअन्दाज़ करते हैं तो ये समस्या आपके शरीर के लिए कष्टदायी भी हो सकती है। और कई अनेक समस्याओं को बढ़ावा दे सकती है। इसलिए शुगर के लक्षण की समय पर पुष्टि एवं बचाव करने से आप कई अन्य समस्याओं की चपेट में आने से भी बच सकते हैं। जैसे कि दिल की बीमारी स्ट्रोक, तंत्रिका क्षति (nerve damage), या न्यूरोपैथी (neuropathy), पैर की समस्या (foot problem), गुर्दे की बीमारी, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को डायलिसिस की आवश्यकता हो सकती है, नेत्र रोग या दृष्टि की हानि, एवं यौन समस्याएं आदि।
सामान्य पाए जाने वाले शुगर के लक्षण-
सिर में दर्द
अगर आपके सिर में लंबे समय तक हल्का दर्द बना रहता है तो ये भी ब्लड शुगर स्तर बढ़ने का एक लक्षण हो सकता है। ये दर्द कई घंटों या दिनों तक लगातार बना रहता है और फिर अचानक से ठीक हो जाता है।
यूरिन से जुड़ी समस्या
शुगर लेवल हाई होने पर बाथरूम के कई चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं। और जरूरी नहीं कि आपको हर बार पेशाब आए, कई बार कुछ बूंदें भी यूरिन का हेवी प्रेशर महसूस करा सकती हैं।
थकान होना
अगर आपको अचानक से आपको बहुत अधिक थकान होने लगती है। तो ये ब्लड शुगर हाई होने का एक लक्षण हो सकता है। ऐसे में ब्लड में अधिक मात्रा में शुगर होने से उसका संचार कम हो जाता है और थकान शरीर पर हावी होने लगती है।
धुंधला दिखना
कई बार कुछ लोगों को अचानक से धुंधला दिखने लगता है। लोगों को लगता है कि इसकी वजह है उनकी आइसाइट कमज़ोर होना लेकिन साथ ही इसकी वजह ब्लड शुगर का हाई लेवल भी हो सकता है।
अधिक प्यास लगना
अगर आपका मुंह लगातार सूखता है और बार-बार पानी या कुछ भी पी पदार्थ लेने की इच्छा होती है तो भी ये इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक बढ़ा हुआ है।
हाथ-पैर में दिक्कत होना
जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल हाई होता है, उनके हाथ-पैर बहुत जल्दी सुन्न हो जाते हैं। तो अगर आपको हाथ पेरों में ऐसी समस्या महसूस होती है तो हो सकता है कि आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ गया है।
अधिक भूख लगना
प्यास के साथ ही अगर आपको बार-बार भूख भी लगती है। और थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ भी मीठा खाने की इच्छा भी होती है । तो ये भी ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने की निशानी हो सकता है।
मुंह सूखना
अगर आपको हर समय मुंह सूखना और गले के साथ ही होठों में भी ड्राइनेस जैसा महसूस होता है तो ये ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का संकेत हो सकता है।
सांसें उखड़ना
सांस लेने में समस्या होना। या जल्दी-जल्दी सांस आने की समस्या। अगर लगातार आपको ऐसी समस्या कई दिनों तक बनी रहे तो ये भी हाई ब्लड शुगर लेवल का संकेत हो सकती है।
मेंटल हेल्थ की समस्याएं
ब्लड शुगर लेवल जब लंबे समय तक हाई बना रहता है। तो याददाश्त, तनाव, नींद ना आना या बिस्तर से उठने की इच्छा ना होने जैसी समस्याएं आपको घेर सकती हैं। याद रहे ये भी हाई ब्लड शुगर लेवल का संकेत हो सकती है।
एकाग्रित न होना
हर समय कंफ्यूजन की स्थिति बने रहना, एकाग्रित होने में दिक्कत आना। और किसी भी काम में मन ना लगना। ये सभी समस्याएं भी ब्लड शुगर लेवल हाई होने का लक्षण होती हैं।
पेट दर्द की समस्या
ये बात आपको अजीब लग सकती है लेकिन एक शोध के अनुसार जब ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है। तो कुछ लोगों को पेट दर्द की समस्या या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी हो जाती हैं।
चोट से जुड़ी समस्या
चोट या कोई घाव भरने में अधिक समय लगना भी हाई ब्लड शुगर लेवल की निशानी हो सकती है। तो अगर आपके साथ भी ऐसा होता है यानि आपके लिए ये शुगर की समस्या का संकेत हो सकती है।
कोई ना कोई इंफेक्शन होना
अगर आप बार-बार किसी ना किसी तरह के इंफेक्शन की चपेट में आ जाते हैं। तो ये इस बात की निशानी हो सकती है कि आपका ब्लड शुगर लेवल हाई हो गया है।
त्वचा से जुड़ी समस्याएं
त्वचा पर खुजली होना और रूखापन बने रहना भी हाई ब्लड शुगर का संकेत हो सकते हैं। इसलिए इसे नजरंदाज न करें।
शुगर की समस्या में क्या खाएँ -
- शुगर की समस्या होने पर आप जौ, दलिया, समा के चावल, कोद्राव चावल, गेहूं, सूजी को शामिल कर सकते हैं।
- डायबिटीज में अरहर की दाल, भुने चने, हरे चने, कुलथी की दाल का सेवन अधिक करना चाहिए।
- शुगर के मरीज सेब, संतरा, आड़ू, बेरीज, चेरी, एप्रिकोट, नाशपाती और कीवी जैसे फल भी खा सकते हैं। साथ ही आप बिना गुड़ के उबाली हुई शकरकंद का सेवन भी कर सकते हैं।
- शिमला मिर्च, पालक, परवल, करेला, बीन्स, कच्चा केला, कच्चा पपीता इनकी सब्जियां आपको लाभ देंगी।
- सूरजमुखी के बीज, चिया के बीज, अलसी के बीज , रोस्टेड मखाना, उपमा, बादाम , सोया नट्स, कद्दू के बीज, कलोंजी , नमकीन सैमरी आदि का भी सेवन कर सकते हैं।
शुगर की समस्या में क्या न खाऐं-
- चावल, नया गेहूं, काले चने जैसे अनाज नहीं खाने चाहिए।
- आलू, सोयाबीन, मैदा से बने फूड्स और डीप फ्राइड फूड्स का सेवन कम से कम करना चाहिए।
- घी, गुड़, चीनी, रिफाइंड इत्यादि का सेवन ना करें।
- दूध, देसी घी, दही और छाछ का सीमित मात्रा में उपयोग करें.
- याद रखें कि शुगर के मरीजों को दिन में नहीं सोना चाहिए साथ ही स्मोकिंग से बचना चाहिए। क्योंकि ये दोनों ही काम ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने की वजह बनते हैं।
निष्कर्ष: (Conclusion)
शुगर एक गंभीर समस्या है। इसकी पुष्ट जितनी जल्दी हो उतना ही बेहतर होता है। अगर इसकी पुष्टि शूरआत यानि प्रीमैच्योर (premature) डाएबीटीज़ के दौरान ही हो जाती है। तो सही समय पर उपचार से आपको इससे राहत भी मिल सकती है। हालांकि ऐसा बहुत कम ही हो पाता है। जब तक लोगों को इस बात की पुष्टि होती है। तब तक ये गंभीर रूप ले चुकी होती है। शुगर के कई लक्षण होते हैं जिनसे आप इसका पता लगा सकते हैं। लेकिन अगर आप इन्हे नजरंदाज करते हैं तो ये आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। शुगर की समस्या सिर्फ मीठे पदार्थ के सेवन से नही होती। अगर आप हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ का सेवन करते हैं तो भी आपको शुगर की समस्या हो सकती है। इसलिए इस बात की पुष्टि समय रहते होना आवश्यक है। ताकि आप उन पदार्थों का सेवन रोक दें और आपकी ये समस्या नियंत्रित हो जाए । और अगर आप शुगर की समस्या के दौरान खाने वाल पदार्थ की सूची की तलाश में है तो आप Healthy Master के Diabetic पदार्थों (items) को ज़रूर आज़माएँ। इनके पास आपको डाएबीटीज़ की समस्या में खाए जाने के लिए विभिन्न प्रकार के पदार्थ मिल जाएंगे। ये आपके ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखेंगे।