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Kismis Khane ke fayde in hindi (किशमिश खाने के फायदे) - Healthy Master

by Bsocial Consultant on Jun 17, 2023

kismis khane ke fayde, किशमिश खाने के फायदे, kismis health benefits in hindi

(किशमिश, अंगूर का दूसरा रूप माना जाता है। जिसका सबसे ज्यादा खीर आदि में गार्निशिंग के लिए और स्वाद में जायका देने के लिए इस्तेमाल करते है। लेकिन अंगूर के इस दूसरे रूप की कई वैरायटी होती है और सभी के अलग अलग फायदे हैं, आइए जानते हैं कैसे)


किशमिश, को हम अंगूर का दूसरा रूप इसलिए कहते हैं क्योंकि इसकी प्रक्रिया में अंगूर को लगभग तीन हफ्तों तक धूप में सुखाकर उसकी नमी निकालकर इसे तैयार किया जाता है। वैसे तो ये पूरे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। पर आपको बता दें की मुनक्का भी इसका ही एक रूप है, और मराठी में हम किशमिश को मुनक्का कहते हैं। ये हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी बताई गई है। किशमिश खाने के कई फायदे हैं क्योंकि इसमें कई जरुरी फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं साथ ही इसके अंदर ऐंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट जैसे गुड़ भी पाए जाते हैं। यानी किशमिश सिर्फ अपनी मिठास के लिए ही नहीं बल्कि शरीर से जुड़ी अन्य समस्याओं में लाभ देने के लिए भी प्रयोग किया जाने वाला ड्राई फ्रूट है। वैसे तो किशमिश का सबसे हल्का ड्राई फ्रूट माना जाता है लेकिन इसके पोषक तत्व और अन्य गुणों से ये आपको हैरान कर देगी। किशमिश कई प्रकार की होती है और कई वैरायटी में उपलब्ध हैं जिसे अलग-अलग रंगों के अनुसार बांटा गया है। जैसे की गोल्डन किशमिश जिसे हम सुल्ताना किशमिश  भी कहते हैं, काली किशमिश जिसे हम करंट किशमिश भी कहते हैं , लाल किशमिश , हरी किशमिश और मुनक्का। 

कितने प्रकार की होती है किशमिश ( Types of raisins ):

वैसे तो किशमिश में स्वाद और पोषक तत्व दोनों ही पाए जाते है, जैसे कि प्रोटीन,आयरन, फाइबर, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी 6, कैल्शियम, फाइटोकैमिकल्स, ऐन्टी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल, हेल्थी फैट और विटामिन ई और ये सभी हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। अगर आप किशमिश का सेवन नियमित रूप से खाली पेट करते हैं तो रिसर्च के अनुसार आपके शरीर को ये सभी पोषक तत्व एक साथ मिलते हैं। 


लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस तरह अलग - अलग प्रकार के किशमिश को तैयार किया जाता है ,आइए जानते हैं इस बारे में,

जब हम अंगूरों को तीन हफ्तों तक सुखा कर रखते हैं तब ये ब्राउन किशमिश तैयार होती है और इसका भूरा रंग भी इसके सूखने के बाद ही आता है इसीलिए इसे ब्राउन किशमिश कहा जाता है। देशभर में इस किशमिश को बनाने के लिए विभिन्न तरीके के अंगूरों का इस्तेमाल किया जाता है और इसीलिए इनका रंग आकार और स्वाद उन अंगूरों पर निर्भर करता है जिनसे इन्हें तैयार किया जा रहा है।

दरअसल ये बीज वाले हरे अंगूर जिन्हें हम सुल्ताना अंगूर कहते है , ये किशमिश को सुखाकर बनाई जाती है। इसका रंग सूखने के बाद गोल्डन हो जाता है इसीलिए इसे गोल्डन एवं सुल्ताना किशमिश कहते हैं। ये किशमिश बाकी किशमिश की तुलना में आकार में छोटी और स्वाद में मीठी होती है।

इस प्रकार की किशमिश को काले अंगूर से बनाया जाता है, जिन्हें हम तीन हफ्तों तक सुखाकर रखते हैं और इसके बाद इसका स्वाद अक्सर कर खट्टा मीठा और आकार में छोटा होता है इसलिए इसे करंट किशमिश के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें की बाकी अन्य किशमिश के मुकाबले काली किशमिश खाने के कई फायदे हैं और इसका सेवन आपको बाकी किशमिश की तुलना में अधिक लाभ देता है।

  • लाल किशमिश:

ये किशमिश बाकी किशमिश की तुलना में ,स्वाद में बेहद अच्छी होती है और इसे लाल अंगूरों से तैयार किया जाता है। ये उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है जिन्हें आँखों की रोशनी या मधुमेह से संबंधित समस्याएँ हैं। इसके सेवन से आप अपनी इस समस्या से राहत महसूस करेंगे।

ये किशमिश बनावट में पतली और लंबी होती है। लेकिन इसमें फाइबर की मात्रा भरपूर होती है। ये किशमिश कई व्यंजनों में स्वाद के लिए भी प्रयोग की जाती है।

ये आमतौर पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए खाये जाते हैं। लेकिन इन्हें भी अंगूर को सुखाकर ही तैयार किया जाता है या यूं कहें की मुनक्का सूखे हुए अंगूर होते हैं जिनका आकार बड़ा होता है और ये आपकी सेहत के लिए बहुत लाभदायक माने जाते हैं। ऐसा मानना है कि इनका नियमित सेवन आपको पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत देता है।


 क्या है इसे खाने के फायदे ?? ( Benefits of their consumption):

  • एनीमिया से राहत:

एनीमिया की शिकायत शरीर में आयरन की कमी से होती है, जिसका मतलब है कि पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकायें जो शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती है उनका निर्माण ना हो पाना। किशमिश में प्रचुर मात्रा में आयरन मौजूद होता है इसीलिए अगर आप एनीमिया के मरीज हैं तो आप अपनी डाइट में किशमिश को नियमित रूप से शामिल कर लें आपको इस समस्या से राहत मिल जाएगी।

  • हृदय के लिए लाभकारी :

वैसे तो हृदय की समस्या आम होती जा रही है लेकिन अगर आप अपनी डाइट में इसका सेवन शामिल कर लेते हैं तो आपको इस समस्या से राहत मिल सकती है। दरअसल रिसर्चर्स की मानें तो एक शोध के अनुसार किशमिश का सेवन हमारे कॉलेस्ट्रोल यानी हमारे रक्त के अंदर मौजूद एक तरीके का फैट होता है जिसे कम करने में ये सहायक होती है। और साथ ही कॉलेस्ट्रोल की वजह से होने वाली हृदय संबंधित बीमारियों से भी बचा जा सकता है।

  • कैंसर में भी है असरदार:

किशमिश के अंदर कई पोषक तत्व और गुड़ मौजूद होते हैं जो हमें कई घातक बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। डॉक्टर्स की मानें, तो किशमिश के अंदर एंटी रेडिकल और कैंसर से बचाव करने वाले गुण पाए जाते है, जो कोलोन कैंसर से बचाव में भी लाभदायक होते हैं। लेकिन हम आपको सलाह देंगे की आप किशमिश का नियमित रूप से सेवन करने के साथ साथ डॉक्टर से भी परामर्श लें। 

  • पेट की समस्या में भी असरदार:

 पेट से जुड़ी समस्या जैसे ऐसीडिटी आदि होना एक आम बात है, लेकिन इससे निजात कौन नहीं पाना चाहता। अगर आपको एसिडिटी की समस्या है तो आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं जिससे या आपकी एसिडिटी को दूर करने में आपकी मदद करेगी। किशमिश पर  हुए एक शोध में ये बताया गया है कि किशमिश में एल्कलाइन गुड मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य करने में सहायक होते हैं।

  • ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत:

किशमिश को कार्बोहाइड्रेट का एक बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत माना जाता है। ये एक्सरसाइज के दौरान आपके ब्लड ग्लूकोज का स्तर संतुलन में रखती है जिससे आपके शरीर के अंदर ऊर्जा का स्तर बरकरार रहता है। इसीलिए इसका सेवन नाम अपनी ऊर्जा बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं।

  • मुँह की समस्या में इसका लाभ:

दरअसल किशमिश हमारे मुँह की समस्या जैसे दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी असरदार होती है। अमेरिका के एक अध्ययन से पता चला है कि किशमिश के सेवन से आप कैविटी से दूर रहते हैं। किशमिश के अंदर फाइटोकेमिकल्स, एंटी ऑक्सीडेंट, ऑलीनौलिक एसिड मौजूद होते हैं जो दांतों के अंदर बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं जिससे आपके दांत खराब नहीं होते हैं। फाइटोकेमिकल दांतों की स्थिति को बेहतर बनाए रखने में स्थान हानिकारक बैक्टीरिया जैसे म्यूटस स्ट्रैपटोकोकस सको पनपने से भी रोकता है जो बाद में कैविटी का कारण बन जाते हैं।

  • मधुमेह में भी है इसके फायदे:

बहुत लोग ऐसा मानते हैं कि डायबिटीज़ के रोगी किशमिश का सेवन नहीं कर सकते हैं लेकिन आपको बता दे की ऐसा बिल्कुल नहीं है। बल्कि अगर आप किशमिश का सेवन सीमित मात्रा में रहकर करते हैं तो ये आपके मधुमेह को नियंत्रित रखेगा । क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए ये इनसुलिन के प्रभाव को बेहतर करने में मदद करता है। अगर आपको डायबिटीज़ है तो आप कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं क्योंकि ये आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। और किशमिश का दैनिक रूप से सेवन आपको लाभ ही प्रदान करेगा।

  • संक्रमण से करता हैं बचाव:

किशमिश में पाए जाने वाले एंटी माइक्रोबियल और एंटी बैक्टीरियल आपको विभिन्न प्रकार के संक्रमण से भी बचाते हैं। जैसे कि ये आपको ओरल बैक्टीरिया जो दांतों को सड़ाने का काम करते हैं , से लड़कर आपके मुँह को सवस्थ और तंदुरुस्त बनाए रखता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

किशमिश के विभिन्न प्रकार आपको बहुमुखी लाभ प्रदान करते हैं। इसके हर प्रकार के अंदर कई तरीके लाभ मौजूद होते हैं। साथ ही ये बहुमुखी पोषक तत्वों से मिलकर बना होता है। वैसे तो मीठे के शौकीन लोग इसका सेवन करना ज्यादा पसंद करते हैं लेकिन इसके अलावा अगर आप इसे नियमित रूप से भिगोकर खायेंगे तो ये आपकी कई समस्याओं में सहायक होता है। फिर चाहे वो कोई गंभीर बिमारी हो, शरीर में आलस हो, बालों से जुड़ी समस्या हो, ग्लोइंग त्वचा , या बार बार आने वाला बुखार। इसका सेवन आपको इन सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाएगा। आमतौर पर लोगों को किशमिश की सभी वेरायटी की जानकारी नहीं होती है ,इसीलिए लोग सबसे ज्यादा हरी और गोल्डन किशमिश का सेवन करते हैं। लेकिन हम आपको सलाह देंगे कि आपको सभी प्रकार की किशमिश का सेवन करना चाहिए क्योंकि ये सभी अलग अलग गुण और तत्वों से मिलकर बनी है। और ये सभी तत्व हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद और जरूरी होते हैं। अगर आप इसकी बेहतर वैराइटी का सेवन करना चाहते हैं जो शायद आपको बाज़ार में आसानी से न मिले तो आप Healthy Master की किशमिश की वैराइटी को जरूर आजमाएं। इनकी किसमिश स्वस्थ पोषक तत्व और गुणों से भरपूर होती है साथ ही इसके अंदर अधिकतम मात्रा में सभी ज़रूरी पोषण पाए जाते हैं।

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