राग़ी खाने के फायदे और नुकसान: राग़ी प्रोटीन का शानदार स्त्रोत देता है ये बेमिसाल औषधीय फायदे, जाने पूरा विस्तार से (Benefits of eating Finger Millets)
(राग़ी की रोटी जिसका सेवन सर्दियों में शरीर को गर्माहट देने के लिए सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है।असल में राग़ी का सेवन आपके शरीर के लिए एक बेमिसाल पोषण संबंधी स्त्रोत है, और आप इसका सेवन मज़ेदार व्यंजन के रूप में भी कर सकते हैं , आइए जानते हैं कैसे)
राग़ी अनाज की एक ऐसी सामग्री है जिसका नाम सभी ने सुना होगा और बहुत लोग राग़ी का सेवन सर्दियों में रोटी के रूप में करते होंगे। इसका कारण है राग़ी का प्राकर्तिक रूप से गरम होना जो शरीर के लिए सर्दियों में अत्यंत गुड़कारी होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राग़ी का आटा शारीरिक रूप से पोषण के मामले में बेहद लाभदायक होता है और इसे खाने के कई फायदे भी हैं । जी हाँ , राग़ी की रोटी का सेवन आपको कई पोशक तत्व प्रदान करता है मगर इस बात का पता बेहद कम लोगों को ही होता है । आपको बता दे कि राग़ी का आटा गेहूं के आटे का सेवन शरीर में वज़न को बढ़ाता है , इसलिए जो लोग वज़न को संतुलन में रखना चाहते हैं वो लोग राग़ी की रोटी का सेवन करें । ताकि उनका वज़न नियंत्रण में रहे एवं शरीर को भरपूर पोषण मिले। राग़ी की रोटी आपको कई पोषण प्रदान करती है , यहाँ तक कि ये शरीर की कई गंभीर समस्या से लड़ने में आपकी सहायता करती है। रागी के आटे में कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्र शून्य होती है जबकि फैट की मात्रा केवल 7 % होती है। प्रोटीन और फाइबर मौजूद होने के कारण इसे वज़न घटाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। राग़ी का सेवन अब लोग कई अलग लग व्यंजन के रूप में भी अकरने लगे हैं , और ये व्यंजन लोगों की पसंद अनुसार बाँट दिए गए हैं। ये तो बात हो गई है राग़ी के आटे के बारे में ,अब हम आपको बताएंगे कि राग़ी की रोटी के सेवन के क्या औषधीय फायदे हैं -
राग़ी खाने के फायदे: (Ragi Benefits in Hindi)
डायबीटीज़ को संतुलन में रखता हैं राग़ी का सेवन: (Consumption of ragi keeps diabetes balanced)
राग़ी के अंदर पॉलिफेनॉल्स और फाइबर की मात्रा गेंहू या चावल के आटे की तुलना में अधिक होती है और इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसलिए यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायक होता है। राग़ी सुबह के नाश्ते या दिन के लंच में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
ऐनीमिया में असरदार राग़ी का सेवन: (Consumption of effective ragi in anemia)
आयरन की मात्रा जब शरीर को भरपूर नहीं मिलती तो ऐनिमिया की समस्या होती है।ऐसे में राग़ी का सेवन एक बेहतरीन स्त्रोत है । इसलिए अगर किसी को एनीमिया की बीमारी (Anemia) हो या शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाए तो उसे रागी का सेवन जरूर करना चाहिए। अगर आप इसका नियमित राग़ी की रोटी का सेवन करते हैं तो ये आपको इस समस्या से काफी राहत प्रदान करेगा।
अनिंद्रा और डिप्रेशन में लाभदायक राग़ी का सेवन: (Consumption of ragi in stress and depression is beneficial)
रागी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं जो तनाव को घटाने में मदद करते हैं। अगर आपको एंग्जाइटी, डिप्रेशन या अनिद्रा की समस्या हो तो आप रागी जरूर खाएं। इससे आपको अपनी इस समस्या से राहत मिल जाएगी। बेहतर परिणाम के लिए इसका सेवन नियमित रूप से करें।
वज़न को संतुलन में रालहट है राग़ी का सेवन: (Consumption of Ragi helps in balancing the weight)
रागी के अंदर डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती और भूख नहीं लगेगी तो आप बार बार खाना नहीं खायेगे, जिससे आपका वज़न संतुलन में रहेगा । तो यदि आप वजन कम करने के सोच रहे है तो आप रागी को अपनी डायट में अवश्य शामिल करे, ये आपको बेहद फायदा करेगा और राग़ी में मौजूद ट्रिप्टोफन नामक एमिनो एसिड भूख को नियंत्रित करने में सहायक होता है। वजन घटाने के लिए रागी का सेवन करने के साथ आप नियमित व्यायाम भी अवश्य करें इससे आपका दोगुण लाभ मिलेगा।
हड्डियाँ मज़बूत करता है राग़ी का सेवन : (Consumption of ragi strengthen bones)
रागी के अंदर कैल्शियम के साथ जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और ये हमारी हड्डियों को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। इसमें अन्य खाद्य पदार्थों के मुकाबले 30% अधिक कैल्शियम पाया जाता है जो शिशु, बढ़ते बच्चों और गर्भवती महलाओं के लिए कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए इसका नियमित सेवन आपके लिए लाभदायक होगा।
कॉलेस्ट्रॉल को रखता है नियंत्रित राग़ी का सेवन: ( Controlled consumption of ragi keeps cholesterol)
राग़ी के अंदर कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल करने की बेहतर प्रवृत्ति होती है क्योकि इसमें डाइटरी फाइबर व फायटिक एसिड पाया जाता है । और ये हमारे बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करते है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए रागी एक बेहतर विकल्प है। इसके नियमित सेवन से आपको बेहद लाभ प्रदान होगा।
स्तनपान में बेहद लाभदायक है राग़ी का सेवन: ( Consumption of ragi is very beneficial in breastfeeding)
रागी का सेवन शिशुओं को दूध पिलाने वाली माताओं के लिए काफी लाभकारी होता है। इसमें कैल्शियम, लोहा, आयरन, अमीनो एसिड आदि आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते है जो शिशुओं को स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने में सहायता करते है, इसलिए स्तनपान करने वाली महिलाओं को इसका सेवन दैनिक रूप से करना चाहिए।
हीमोग्लोबीन को बढ़ाता है राग़ी का सेवन: (Consumption of ragi increases hemoglobin)
रागी में मेथियोनीन, फेरुलिक एसिड और लाइसिन जैसे महत्वपूर्ण एमिनो एसिड पाए जाते हैं। ये हमारी त्वचा को झुर्रियों से बचने का काम करते है। रागी में एंटी-एजिंग गुण भी पाए जाते है जिस कारण आपकी त्वचा जवां दिखती है। साथ ही ये हीमोग्लोबीन के स्तर को भी बढ़ाते हैं । दमकती त्वचा एवं हीमोग्लोबीन के स्तर को बढ़ाने के लिए इसका सेवन नियमित रूप से हुरू कर दें।
ये थे राग़ी के सेवन के फायदे लेकिन इसका सेवन करने के नुकसान भी हैं तो आइए इन्हें भी जान लेते हैं-
रागी के सेवन के नुकसान:
- किडनी में स्टोन या किडनी से जुड़ी कोई और समस्या हो तो ऐसे लोगों को रागी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इस समस्या के रोगी इससे बचाव ही रखें आपको कष्ट हो सकता है।
- थायरॉयड के मरीजों को भी रागी का सेवन नहीं करना चाहिए वरना उनकी लिए भी समस्या हो सकती हैं.
- अधिक मात्रा में रागी खाने की वजह से कब्ज, डायरिया, पेट में गैस, पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो सकती है, इसलिए इसका सेवन सीमित मात्र में ही करें ।
निष्कर्ष: (Conclusion)
राग़ी के आटे का सेवन शरीर को अनेकों पोषण प्रदान करता है । ये आपके शरीर की कई जटिल समस्याओं से लड़कर आपको राहत दिलाता है। आमतौर पर इसका सेवन सर्दियों में प्रसिद्ध है क्यूंकि इसके सेवन से शरीर को गर्माहट प्रदान होती है। यही नहीं इसका सेवन आपकी कई अन्य समस्या जैसे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए ,कॉलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए, वज़न को नियंत्रित रखने के लिए , प्रोटीन की मात्र प्राप्त अकरने के लिए आदि । इसका सेवन आपकी ये सभी समस्या में आपको सहायता प्रदान करेगा। लेकिन इसके सेवन की भी सीमित मात्र है एवं कुछ स्तिथियों में इसका सेवन कारण करना आपको कष्ट दे सकता है जैसे की किड्नी स्टोन की समस्या आदि। अब रागी से निर्मित कई प्रकार के खाद्य पदार्थ भी बाज़ार में मिल जाते हैं । जो लोग इसे आते के रूप में रोटियाँ बनाकर नहीं खा सकते वो इसका सेवन दूसरे रूप में करते हैं। लेकिन आपको बात दें की राग़ी का आता या उससे बने व्यंजन बाज़ार में मिलावटी उपलब्ध होते हैं जिसके चलते ये आपको उतना लाभ प्रदान नहीं करते हैं। इसलिए हम आपको सलाह देंगे की आप Healthy Master के राग़ी एवं उससे निर्मित पदार्थ का इस्तेमाल करें। ये मिलावट रहित एवं उच्च गुडवत्ता से निर्मित होते हैं। यही नहीं इनके बेक्ड रागी चिप्स आपके रक्तचाप को कम करने, किडनी की कार्यप्रणाली में सुधार करने और कई अन्य चीजों के अलावा एंटी-फंगल एजेंट के रूप में कार्य करने में भी मदद कर सकते हैं।
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