प्रेग्नन्सी में काजू खाने के 9 फायदे, जानें इन्हे विस्तार से: (Benefits of eating cashew nuts during pregnancy)
Health benefits of cashew in pregnancy: प्रेग्नन्सी के वक्त ये बेहद ज़रूरी है कि हम हैल्थी आहार का सेवन करें। ताकि गर्भ में मौजूद बच्चा स्वस्थ और विकसित पैदा हो। गर्भ में मौजूद बच्चे के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के पदार्थों का सेवन बताया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काजू का सेवन प्रेग्नन्सी में बेहद लाभदायक होता है। जी हां...आज काजू खाने से न प्रेग्नन्सी के दौरान प्रोटीन की कमी नही होती। साथ ही काजू अन्य कई समस्या में भी मदद करता है। तो आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले है प्रेग्नन्सी में काजू खाने के फायदे।
काजू का सेवन क्यूँ ज़रूरी है: (Why is it important to consume cashews in hindi)
प्रेग्नन्सी के दौरान महिलाओं को अपने आहार का विशेष रूप से ध्यान रखना होता है। और उन्हें स्वस्थ व पोषण भरे आहार खाने की सलाह दी जाती है। क्यूंकि इस दौरान के दौरान बच्चे का विकास होता है। इसीलिए उन पदार्थों का सेवन बेहद ज़रूरी है। जिससे भ्रूण का विकास बेहतर तरीके से हो। (प्रेग्नन्सी में काजू खाने के फायदे)
प्रेग्नन्सी में हरी सब्जियां , दाल , मौसम के फल , ड्राइ फ्रूट्स आदि आहार का सेवन अपनी डाईट में शामिल करना चाहिए । डॉक्टर और एक्स्पर्ट्स का मानना है कि आपको प्रेग्नन्सी के दौरान ड्राइ फ्रूट्स जैसे कि काजू आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। क्यूंकि इसे एंटीडिप्रेसेंट भी कहा जाता है, जिससे ये आपको तनाव में राहत देता है। साथ ही ये पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद है एवं और शरीर को ऊर्जा भी देते है। इसके अलावा इसमें फॉस्फोरस, पोटैशियम भी होता है, जो भ्रूण के विकास के लिए जरूरी है।
प्रेग्नन्सी में कैसे करें काजू का सेवन: (How to consume cashew during pregnancy in hindi)
- आप काजू को सीधे स्नैक्स के रूप में ले सकते हैं।
- इसे अन्य ड्राइ फ्रूट्स के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं।
- काजू पीसकर इसके पाउडर को दूध में डालकर पी सकते हैं।
- पिसी हुई काजू से पेस्ट बनाकर किसी मिठाई में डाल सकते हैं या फिर काजू बर्फी बनाई जा सकती है।
- काजू को पेस्ट, पाउडर या साबुत ही ओट्स में मिलाकर खा सकते हैं।
- गाजर का हलवा बनाते समय इसे डाल सकते हैं।
- चावल बनाते समय भी काजू के दो टुकड़े करके डाल सकते हैं।
- चटनी बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। काजू के साथ अदरक, नींबू मिक्स करके चटनी बनाकर खीरा, ककड़ी या अन्य किसी सलाद के साथ खा सकते है।
काजू के पौष्टिक तत्व ( Nutritions in Cashews in Hindi)
काजू के पोषक तत्व |
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पोषक तत्व |
पोषक मूल्य |
|
पानी |
5.20 ग्राम |
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कैलोरी |
553 कैलोरी |
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कार्बोहाइड्रेट |
30.19 ग्राम |
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वसा |
43.85 ग्राम |
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प्रोटीन |
18.22 ग्राम |
|
शुगर |
5.91 ग्राम |
|
फाइबर |
3.3 ग्राम |
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विटामिन |
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विटामिन सी |
0.5 मिलीग्राम |
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नियासिन |
1.062 मिलीग्राम |
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राइबोफ्लेविन |
0.058 मिलीग्राम |
|
थियामिन |
0.423 मिलीग्राम |
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फोलेट |
25 मिलीग्राम |
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विटामिन ए |
0 आईयू |
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विटामिन ई |
0.90 मिलीग्राम |
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विटामिन बी 6 |
0.417 मिलीग्राम |
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विटामिन के |
34.1 मिलीग्राम |
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इलेक्ट्रोलाइट |
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सोडियम |
12 मिलीग्राम |
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पोटैशियम |
660 मिलीग्राम |
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मिनरल |
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कैल्शियम |
37 मिलीग्राम |
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आयरन |
6.68 मिलीग्राम |
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मैग्नीशियम |
292 मिलीग्राम |
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फास्फोरस |
593 मिलीग्राम |
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जिंक |
5.78 मिलीग्राम |
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लिपिड |
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फैटी एसिड, कुल सैचुरेटेड |
7.783 ग्राम |
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फैटी एसिड, कुल मोनोसैचुरेटेड |
23.797 ग्राम |
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फैटी एसिड, कुल पोलीअनसैचुरेटेड |
7.845 ग्राम |
प्रेग्नन्सी में काजू खाने के फायदे: (benefits of kaju in hindi)
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कब्ज से राहत
गर्भावस्था के तीसरे महीने में कब्ज एक आम समस्या है। गर्भावस्था में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना जरूरी है। ताकि आपको कब्ज से राहत मिल सके। किशमिश सबसे अच्छे फाइबर युक्त स्नैक्स में से एक माना जाता है। जिसे आप आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
इसके सेवन से कब्ज या गैस जैसी समस्या से बचाव होता है। इसीलिए काजू प्रेग्नन्सी के लिए अच्छी होता है। आप अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर प्रेग्नन्सी के शुरुआती महीनों में इसका सेवन अवश्य करें।
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ब्लड सैल्स का निर्माण
प्रेग्नन्सी के दौरान एनीमिया भी उन आम समस्याओं में से एक है। जो प्रेग्नन्सी के दौरान हो सकती है। प्रेग्नन्सी के दौरान महिला को बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए भोजन सम्पूर्ण पोषण उपलब्ध कराने की आवश्यकता होती है। काजू का सेवन शरीर में खून की मात्रा को बढ़ावा देता है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाते हैं। इसीलिए इसका सेवन रोजाना करें।
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पाचन स्वास्थ्य बेहतर होना
काजू खाने से पाचन-तंत्र मजबूत होता है,कारण है इसमें मौजूद फायब की अच्छी मात्रा। फाइबर पाचन को ठीक रखकर कब्ज और अल्सर जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए; कि काजू का अधिक मात्रा में सेवन कब्ज और गैस की समस्या पैदा कर सकता है, खासकर जिनकी फिजिकल एक्टिविटी ना के बराबर होती है। ऐसे लोगों को काजू का सेवन कम ही करना चाहिए।
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गेस्टेशनल डायबिटीज से बचाता है
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को इस प्रकार की डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है। ऐसी स्तिथि में उनके ब्लड शुगर लेवल में भी छाल आ जाता है। लेकिन अगर आप काजू का सेवन करते हैं। तो यह आपके शरीर के ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने में बेहद लाभदायक होता है। इसीलिए इसका सेवन अपने दैनिक आहार में जरूर शामिल करें।
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सिर दर्द से राहत
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको रोजाना सिर दर्द, मसल्स में क्रैंप्स और माइग्रेन की समस्या आती है। तो आपको काजुओं का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए। ऐसी समस्या में ये आपकी बेहद मदद करता है। माइग्रैन की समस्या वाली महिला इसका सेवन रोजाना जरूर करें।
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ब्लड क्लॉटिंग के रिस्क से बचाव
ब्लड क्लॉटिंग एक बहुत ही भयानक स्थिति होती है। चूंकि काजू में विटामिन K मौजूद होता है। जिसकी वजह से प्रेगनेंट महिलाओं में ब्लड क्लॉट होने का रिस्क काफी कम हो सकता है। बच्चे को ब्लीडिंग डिसऑर्डर से बचाने के लिए भी काजू लाभदायक रहते हैं।
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मौखिक स्वास्थ्य बेहतर होना
मसूड़ों से खून आने जैसी मौखिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं अक्सर प्रेग्नन्सी में अनुभव की जाती हैं। मुंह की देखभाल करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मतली को रोकने में सहायता करता है।काजू का सेवन दांतों की सड़न और कैविटी से भी बचाव करता है।
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बच्चे की हड्डियों के लिए
प्रेग्नन्सी के दौरान बच्चे के अंगों के विकास लिए विभिन्न पोषक तत्व बेहद ज़रूरी है। जैसे कि काजू ; इसमें कैल्शियम और आयरन दोनों प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। गर्भावस्था के दौरान काजू का सेवन करने से मां और भ्रूण दोनों की हड्डियां मजबूत होती हैं। इसीलिए इसका सेवन अपने आहार में अवश्य शामिल करें।
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सुबह की मतली को कम करें
प्रेग्नन्सी के तीसरे महीने में मॉर्निंग सिकनेस और मतली का अनुभव होना आम बात होती है। मॉर्निंग सिकनेस को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है सुबह भीगे हुए काजू का रोजाना रोजाना सेवन। काजू आपके पेट को आराम देने और आपकी मतली को शांत करने में मदद कर सकती है। अपने दैनिक आहार में काजू का सेवन अवश्य शामिल करें।
क्या है काजू खान के नुकसान: (disadvantages of kaju in hindi)
- ज्यादा काजू खाने से आपका वजन बढ़ सकता है।
- किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
- ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- काजू में सैचुरेटेड फैट होते हैं। अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है।
- जरूरत से ज्यादा रोस्टेड काजू खाने से भी हो सकता है नुकसान। क्योंकि इसमें पोषक तत्व कम हो जाते हैं और सोडियम इनटेक की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे ब्लड प्रेशर जैसी समस्या होने लगती है। क्योंकि हमारी ब्लड अर्टरी पर दबाव बनने लगता है।
- यदि काजू से एलर्जी है तो इसका सेवन बिलकुल न करें। वरना आपके पेट में दर्द, उल्टी जैसे महसूस होना , कुछ भी खाने में दिक्कत, आंखों में खुजली, डायरिया, नाक का बहना या नाक का बंद हो जाना, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्भावस्था में काजू खाते समय बरती जाने वाली सावधानियां: (Precautions to be taken while eating cashew during pregnancy in hindi)
- गर्भावस्था के दौरान हमेशा बिना नमक वाले या सादा काजू का सेवन करें। कभी नमकीन काजू का सेवन न करें , क्योंकि ये सोडियम के सेवन को सीमित कर सकते हैं।
- काजू के अपने दैनिक सेवन को 28 ग्राम तक सीमित करें, क्योंकि काजू के अधिक सेवन से ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
निष्कर्ष: (Conclusion)
प्रेग्नन्सी के दौरान शरीर के प्रति सावधानी बरतना एवं सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। हम क्या खा रहे हैं, हम क्या पी रहे हैं, और हम किस तरीके का खा रहे है…? ये सभी बातें बेहद ज़रूरी है। क्यूंकि प्रेग्नन्ट महिला की हर प्रक्रिया का प्रभाव बच्चे पर पड़ता है।
बात करें अगर खाने की तो इसमे ध्यान देना इसलिए भी ज़रूरी है। क्यूंकि हर आहार से मिलने वाले तत्व बच्चे तक भी पहुचते हैं। तो अगर हेल्थी पदार्थों का सेवन ना करने से। इसका प्रभाव बच्चे के विकास पर भी अवश्य पड़ेगा। इसलिए आपको प्रेग्नन्सी में कोई भी रिस्क लेने की आवश्यकता नही है।
हेल्थी रहने के लिए आप हेल्थी आहार का सेवन करें। जैसे हरी सब्जियां, दाल , मौसम के फल, ड्राइ फ्रूट्स आदि। साथ ही नियमित व्यायाम भी जरूर अपनी जीवनशैली मे शामिल करें। व्यायाम करने से शरीर का मानसिक विकास बना रहेगा और आप सक्रिय महसूस करेंगे। प्रेग्नन्सी के दौरान आप काजू का सेवन स्वाद के साथ बच्चे के विकास के लिए भी कर सकते है। कई बार मन मचलता है कुछ चटपट खाने को ऐसे में आप काजू को रोस्ट करके भी खा सकते हैं। । इसके लिए आप Healthy Master के ड्राइ फ्रूट्स की विभिन्न वराईटी जरूर आज़माएँ।